Tuesday, February 1, 2011

आदर्श सोसायटी घोटाला

आदर्श सोसायटी घोटाला सच में देश में जितने भी घोटाले हुए हैं, उन सब में आदर्श रहा है, में व्यक्तिगत तौर पर इस घोटाले को आदर्श घोटाले की संज्ञा इसलिए दे रहा हूँ क्योंकि आज दिन तक जितने भी घोटाले हुए उस सभी में या तो राजनेता, मंत्री या फिर उद्योगपति आदि ही शामिल होने का गोरव प्राप्त कर सकें हैं.
आदर्श सोसायटी घोटाले में पहली बार ऐसा हुआ है की देश की समस्त हस्तियाँ जो विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखती है, सब ने समवेत रूप से इस घोटाले में भाग लिया है जिसमे देश की रक्षा करने वाले सेना नायक, मंत्री, नेता, उद्योगपति, कार्पोरेट जगत के नामचीन लोग यानि सभी वर्गों के, और भी कई होंगे जिनका खुलासा होना बाकी है , और इसी के चलते ये घोटाला आदर्श घोटाला कहलाने का पात्र बना, पर देश को सामूहिक रूप से लूटने का ये पहला अवसर है,
देश के घोटालेबाजों के कर कमल गरीब जनता को दुहने में लगे हैं इस तथ्य से सभी अवगत हैं , और इस बात की इनमे प्रतियोगिता भी पिछले लम्बे समय चल रही थी की कौन कितना दुह सकता है,
पर ये पहली बार हुआ है की इस घोटाले को यूनियन बना कर अंजाम दिया गया.
मिलकर घोटाला करने का लाभ ये है की इसमें पोल खुलने पर भी पकडे जाने का डर नहीं रहता क्योंकि लाभार्थियों के साथ में सज़ा देने वाले और जाँच करने वाले भी शामिल रहते हैं, इस प्रकार ये समस्त घोटालों में आदर्श घोटाला होता है.
इस घोटाले में भी पकडे गए हैं, पर क्या हुआ, जाँच के नाम पर कमिटी गठित, और कागजी घोड़े इस विभाग से उस विभाग दोड़ने लग गए हैं. और इन घोड़ो की दोड़ कभी खत्म नहीं होगी यानि जाँच जारी रहेगी.
कुल मिला कर देश में घोटाले करने की नई विधि का उदय हुआ है जो आगे चल कर कई और भी आदर्श घोटालों को अंजाम देगी,
मुझे चम्बल के डकेतों की अक्ल पर तरस आ रहा है, क्या आपको भी?

No comments: